जननी शिशु सुरक्षा योजना गर्भवती महिलाओं के लिए संचालित की जा रही है। योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को निशुल्क उपचार उपलब्ध कराया जाता है। योजना में डिलीवरी और सीजेरियन ऑपरेशन शामिल है। सभी स्वास्थ्य सुविधाएं बिल्कुल मुफ्त और बिना किसी खर्च के प्रदान की जाती है। योजना के तहत 48 घंटे तक मां और उसके नवजात शिशु को देखभाल प्रदान की जाती है। योजना में सभी प्रकार की जांच, रक्त, दवाएं, भोजन, उपयोगकर्ता शुल्क, संस्थान में प्रसव सुविधा इत्यादि शामिल हैं।
जननी शिशु सुरक्षा योजना (जेएसएसके) की शुरुआत जून 2011 में गर्भवती महिलाओं के संस्थागत प्रसव और बीमार शिशुओं के इलाज में होने वाले खर्च को खत्म करने के लिए किया गया था। 2014 में इस कार्यक्रम को गर्भावस्था की सभी प्रसवपूर्व और प्रसवोत्तर जटिलताओं के इलाज के लिए विस्तारित किया गया। योजना में बीमार नवजात शिशुओं (एक वर्ष की आयु तक) के इलाज के लिए सभी सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों में समान सुविधाएं जोड़ दी गई हैं।
जननी शिशु सुरक्षा योजना में महिला के फायदे
- नि:शुल्क और कैशलेस प्रसव
- नि:शुल्क सी-सेक्शन
- नि:शुल्क दवाएं और उपभोग्य वस्तुएं
- नि:शुल्क इलाज
- नि:शुल्क आहार
- नि:शुल्क रक्त का प्रावधान
- उपयोगकर्ता शुल्क से मुक्ति
- घर से चिकित्सा संस्थान तक नि:शुल्क परिवहन
- रेफरल के मामले में सुविधा केन्दों तक नि:शुल्क परिवहन
- 48 घंटे ठहरने के बाद संस्थान से घर तक नि:शुल्क वापसी
जननी शिशु सुरक्षा योजना में शिशु के फायदे
- नि:शुल्क इलाज
- नि:शुल्क दवाएं और उपभोग्य वस्तुएं
- नि:शुल्क निदान
- नि:शुल्क रक्त का प्रावधान
- उपयोगकर्ता शुल्क से मुक्ति
- घर से चिकित्सा संस्थान तक नि:शुल्क परिवहन
- रेफरल के मामले में सुविधा केन्दों तक नि:शुल्क परिवहन
- संस्थान से घर तक नि:शुल्क वापसी
- जननी शिशु सुरक्षा योजना की पात्रता
- आवेदक गर्भवती महिला होनी चाहिए।
- आवेदक का किसी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती होना आवश्यक है।
जननी शिशु सुरक्षा योजना के दस्तावेज
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- मूल निवासी प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
- जननी सुरक्षा कार्ड
जननी शिशु सुरक्षा योजना के आवेदन
गर्भवती महिला को जे.एस.एस.के. के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा केंद्र के सक्षम कर्मचारियों द्वारा ही रेफर किया जाता है।