लोकसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश कांग्रेस ने कमर कस लिया है। प्रत्याशियों की सूची शीघ्र जारी होने वाली है। भोपाल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक होने जा रही है। बैठक में सभी 29 लोकसभा सीटों के दावेदारों के नाम का पैनल बनाया जाएगा। इसके बाद कोऑर्डिनेटर विधानसभा क्षेत्र में जाकर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। जीत और हार के फैक्टर पर चर्चा करेंगे।
9 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस को हमेशा चुनौती मिलती रही है। यहां कांग्रेस 7 से ज्यादा बार चुनाव हार चुकी है। इंदौर, भोपाल, भिंड, दमोह, जबलपुर, सतना, सागर, मुरैना और बैतूल में कांग्रेस की स्थिति काफी कमजोर है।
बालाघाट, ग्वालियर और खजुराहो में भी कांग्रेस के सामने हार का खतरा बना हुआ है। कमजोर लोकसभा सीटों पर कांग्रेस ज्यादा फोकस कर रही है। यहां से मजबूत उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में लोकसभा के 29 सीटें हैं। 28 सीटों पर भाजपा का कब्जा है। एक मात्र छिंदवाड़ा की सीट कांग्रेस के पास है।