2024 में भीषण गर्मी से मचेगी तबाही

 


वर्ष 2024 की शुरुआत मौसम में उतार-चढ़ाव के साथ हुई है। कभी बारिश हो रही है तो कभी धूप निकल रही है। कहीं सूखा पड़ रहा है तो कहीं तेज बारिश हो रही है। न्यूनतम और अधिकतम तापमान में जमीन आसमान का अंतर देखने को मिल रहा है। अभी से ही गर्मी की शुरुआत हो गई है। दुनिया के औसत तापमान में 1.5 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जिस तरह से तापमान में बढ़ोतरी हो रही है, वह चिंता का विषय है। इस साल भीषण गर्मी पड़ने की आशंका जताई गई है। गर्मी से बड़े पैमाने पर तबाही मच सकती है। पीने के पानी के लिए हाहाकार की स्थिति देखने को मिलेगी। बड़ी संख्या में गर्मी से लोगों की जान जाएगी।

औसत तापमान में 1.151 डिग्री की वृद्धि

पहली बार औसत तापमान में 1.5 डिग्री की वृद्धि रिकॉर्ड की गई है। 2023 की तुलना में 2024 का तापमान सबसे ज्यादा दर्ज किया गया है। यह अब तक का सबसे अधिक तापमान है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ग्लोबल वार्मिंग की वजह से मौसम चक्र में व्यावहारिक परिवर्तन हुआ है। तेल, गैस और कोयला जैसे ईंधन जलाने से तापमान बढ़ता जा रहा है। वन क्षेत्र की लगातार कटाई हो रही है। पौधारोपण की रफ्तार काफी कम है।

मानव जीवन के लिए चेतावनी

विश्व भर का तापमान जिस रफ्तार से बढ़ रहा है, वह मानव जीवन के लिए खतरा है। अगर अभी नहीं संभले तो स्थिति हाथ से निकल जाएगी। वर्ष 1940 में वैश्विक तापमान में 0.2 डिग्री की वृद्धि दर्ज की गई थी, जो 1960 में बढ़कर 0.3 डिग्री हो गई थी। 1980 आते-आते तापमान में 0.7 डिग्री की रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई। वर्ष 2000 में तापमान में 0.9 डिग्री की अधिकता रिकॉर्ड की गई। 2020 तक यह 1.51 के स्तर पर पहुंच गया, वहीं वर्ष 2024 में औसत तापमान 1.5 डिग्री के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।

वर्ष 2024 में कैसा रहेगा मौसम

मौसम के जानकार वैज्ञानिक चिंतित हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तरह मौसम में उतार-चढ़ाव चल रहा है, वह ठीक नहीं है। ठंड के समय बारिश हो रही है। कहीं तेज सर्दी पड़ रही है तो कहीं गर्मी का असर देखने को मिल रहा है। गर्मी के समय यह स्थिति और भयावह हो सकती है। अधिकतम तापमान में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो सकती है। वर्ष 2024 में जानलेवा गर्मी पड़ने की आशंका जताई गई है। भीषण गर्मी से बड़ी संख्या में लोगों की जान जा सकती है। फसलों का उत्पादन गिर सकता है। पानी की समस्या विकराल रूप ले सकती है। कई तरह की नई बीमारियां पैदा हो सकती हैं।

वर्ष 2024 में मानसून कैसा रहेगा

मानसून को लेकर किसानों की चिंता बढ़ गई है। क्योंकि फसलों का उत्पादन मानसून पर निर्भर रहता है। किसान अभी से परेशान हैं। आपको बता दें कि मानसून को लेकर अभी तक जो रिपोर्ट आई है वह ठीक है। मौसम विभाग ने वर्ष 2024 में अच्छी बारिश की संभावना जताई है, लेकिन मौसम विभाग के अनुमान सटीक साबित होते हैं या नहीं यह देखने की बात है। ग्लोबल वार्मिंग का असर मानसून पर भी देखने को मिल सकता है। कहीं तेज बारिश हो सकती है तो कहीं सूखा पड़ सकता है। बाढ़ की स्थिति भी विकराल रूप धारण कर सकती है। कुल मिलाकर वर्ष 2024 मौसम के अनुकूल नहीं है। अभी से हमें गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।

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