श्रीराम की कैसे हुई प्राण प्रतिष्ठा, जानकार हो जाएंगे हैरान



अयोध्या के राम मंदिर में श्रीराम की प्रतिमा स्थापित कर दी गई है। प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान गर्भगृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। दोपहर में 12 बजकर 29 मिनट पर प्राण-प्रतिष्ठा की मुख्य विधि शुरू हुई। 84 सेकेंड में प्रतिमा में प्राण की स्थापना की गई। पीएम मोदी ने आरती के साथ पूजा की। बाद में मेहमानों ने श्रीराम के दर्शन और पूजन किए। 

मोदी ने श्रीराम से मांगी माफी

श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने कहा कि रामलला अब टेंट में नहीं, दिव्य मंदिर में रहेंगे। मैं प्रभु राम से क्षमा याचना करता हूं। हमारे त्याग, तपस्या और पूजा में कोई कमी रही होगी, इसलिए इतने साल तक मंदिर का निर्माण नहीं हो पाया। आज यह कमी पूरी हो गई है। मोदी ने कहा कि भारत के संविधान की पहली प्रति में राम विराजमान हैं। दशकों तक प्रभु राम के अस्तित्व पर कानूनी लड़ाई चली। मैं न्यायपालिका का शुक्रगुजार हूं, उसने लाज रख ली।

सीएम योगी ने कहीं बड़ी बात

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद बेहद खुश नजर आए। उन्होंने कहा कि आज जीवन धन्य हो गया। अयोध्या धाम में प्रभु श्रीराम का आगमन हो गया है। यह ऐतिहासिक अवसर बड़े सौभाग्य से प्राप्त हुआ है। अब अयोध्या में गोलियां नहीं चलेंगी। फिर से रामराज आएगा।

प्राण प्रतिष्ठा में शामिल हुईं कई हस्तियां

श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में साधु-संत, विभिन्न क्षेत्र के दिग्गज और कई फिल्मी हस्तियां पहुंचीं। इनमें अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, रजनीकांत, चिरंजीवी, माधुरी दीक्षित, कंगना रनौट, रणबीर कपूर, कटरीना कैफ, सोनू निगम, सुभाष घई, मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी और कई क्रिकेटर शामिल हैं।

देशभर में मनाई गई दिवाली

अयोध्या में श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद देर शाम को देश भर में दिवाली मनाई गई। अयोध्या में 10 लाख दीपक जलाए गए। देश के अन्य मंदिरों में भी दीप उत्सव मनाया गया। लोगों ने अपने घरों में राम ज्योति जलाई। जमकर आतिशबाजी की गई। देर रात तक भंडारे आयोजित किए गए।

दर्शन से रोकना सबसे बड़ा अधर्म

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने कहा कि जहां सम्मान न मिले, वहां नहीं जाना चाहिए। किसी को भगवान के दर्शन करने से रोकना सबसे बड़ा अधर्म है। अखिलेश यादव ने कहा कि सियाराम हृदय में बसते हैं। हम सब उनके रास्ते पर चलेंगे।

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